मुख्य न्यायाधीश डीवी चंद्रचूड़ द्वारा की घोषणा:
- मुख्य न्यायाधीश डीवी चंद्रचूड़ ने घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड (NJDG) प्लेटफ़ॉर्म का हिस्सा बनेगा।
- NJDG, मामलों की ट्रैकिंग करने, न्यायपालिका में पारदर्शिता को बढ़ावा देने और जवाबदेही को बढ़ावा देने की सुविधा प्रदान करता है।
- यह प्लेटफ़ॉर्म नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (NIC) और सुप्रीम कोर्ट की इन-हाउस टीम द्वारा विकसित किया गया था।
- NJDG पेंडिंग मामलों, वर्ष-वार सांख्यिकी, पंजीकृत और निपटाए गए मामलों, और कोर्ट सत्र के आधार पर मामलों की जानकारी प्रदान करता है।
- सुप्रीम कोर्ट NJDG पोर्टल के साथ एकीकृत है, जिससे मामलों की जानकारी उपलब्ध होती है।
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा स्थिति:
- वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में 80,000 से ज्यादा पेंडिंग मामले हैं।
- लगभग 15,000 मामले अभी तक पंजीकृत नहीं हुए हैं।
- मुख्य न्यायाधीश ने न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्व को दिलाया।
- जुलाई में, 5,000 से ज्यादा मामले निपटाए गए थे।
- एक तीन-जज बेंच के सामने 583 मामले पेंडिंग हैं, जिनका समाधान जल्द होगा।
NJDG के बारे में:
- NJDG एक प्लेटफ़ॉर्म है जिसे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) और सुप्रीम कोर्ट ने मिलकर विकसित किया है।
- इसमें मामलों की पेंडेंसी से जुड़ी जानकारी प्रदान की जाती है और न्यायपालिका में पारदर्शिता को बढ़ावा देता है।
- उपयोगकर्ताएं एक क्लिक के साथ मामलों की जानकारी तक पहुँच सकते हैं, जैसे कि मामलों की पेंडेंसी, अपडेट्स, और सांख्यिकी।
- वर्तमान में प्लेटफ़ॉर्म पर न्यायालयों और उच्च न्यायालयों के मामलों की जानकारी उपलब्ध है, और लगातार अपडेट्स होती रहती हैं।